दोस्तों, मेरे साथ बोलो सोनिया मैया की जय, गाँधी परिवार की जय...सब लोग अपने हाथ ऊँचे करें और बोलें ऊँ..ssssss
दोस्तों, यूपीए क्लीयर तौर पर आ गई है। उसे ना मायावती की जरूरत है, ना मुलायम की और ना लेफ्ट की...आडवाणी, नरेन्द्र मोदी, अरुण जेटली सब एक तरफ गए। ....कांग्रेस को समर्थन करने वाले सब खुश हैं लेकिन मैं चिंतित हूँ कि कहीं पेट्रोल, दाल, चावल, आटा कहीं 100 रुपए लीटर या किलो ना हो जाएँ, चिदंबरम-मनमोहन कुछ और टैक्स ना लाद दें, लेकिन गलती हमारी ही है.....कम वोट प्रतिशत लगभग 50 फीसदी (भारत भर में) से ही समझ आ गया था कि कांग्रेस को फायदा मिलेगा, बुद्धिजीवी लोग कमरों में बैठकर बौद्धिक मैथुन (मंथन नहीं) करते रहे और थैले में बम फोड़ते रहे वहीं दूसरी ओर धूप में लंबी कतारों में वोट देकर आया देश का निचला तबका फिर से गाँधी-नेहरू परिवार की जय कर गया। आखिर हो भी क्यों ना, हमने बरसों गुलामी में बिताए, राजे-रजवाड़ों के पैरों तले रहे और कई शताब्दियों तक उनके शासन को ही स्वीकारा। उस आदत की जीत हुई।
दोस्तों, फिर से मेरे साथ बोलो, गाँधी-परिवार की जय...सोनिया मैया की जय..जय...जय हो।
- सचिन
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6 comments:
Right Post ....
well analysis that what congress may do after getting full majority.
We expect Rahul gandhi to think on this issue to save us from more taxes......
अब खाना भी नहीं खाएंगे
सोनिया भौजी को लाएंगे
ऐं, यही नारा होगा ना आगे?
गुलाम प्रदेशो में यही हाल हुआ है. मेरी जन्मभूमि बिहार और कर्मभूमि कर्नाटक में लोगो ने गुलामी करना छोड़ दिया.
दिल का दर्द वो जो बिना सोचे समझे निकले . बाकी पोस्ट तो आराम से लिखेंगे ...पर गुबार तो निकल दें. अच्चा किया सचिन.
हमारे तरफ से भी जय हो....
एक नजर इधर भी देखें
मनमोहन का अर्थशास्त्र आया काम-अडवानी का नहीं भाया नाम
Kya kijiyega Sachin Ji, aam votoron tak aapke blog ka 'Gupt Gyan' pahunch hi nahin paya. Unhe 'jagane' vale vigyapan bhi kitne gavon tak log dekh paye honge pata nahin. Haan BJP se Sampradaiyikta ka bhay aur Congres se Mahangai ka is granthi se ubarna chahiye. Kya mahangai ka koi vikalp hai?
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