November 26, 2008

कांग्रेसी राज में मरते भारतीय!

हमारे देश में एक बार फिर हड़कंप मच गया है। मुंबई के कोलाबा और अन्य स्थानों पर आतंकवादियों ने सिलसिलेवार फायरिंग की है। ये फायरिंग बुधवार २६ तारीख की रात १० बजे की गई, और एके-४७ से से की गई है। कुछ चैनल बता रहे हैं कि विस्फोट भी हुआ है। शुरुआती जानकारी में ४५ लोग घायल बताए जा रहे हैं। कल सुबह जब अखबार छपेंगे तब इनमें से कई मौत के मुंह में समा चुके होंगे।
कहाँ गई वो महाराष्ट्र की एटीएस..और वो राज ठाकरे भी, जो उत्तर भारतीयों ( या कहें अपने भाईयों) से ही लड़ने में अपना समय जाया कर रहा है। कहाँ गया कांग्रेस का वो र्निलज्ज और लिजलिजा गृहमंत्री शिवराज पाटील जो आतंकवादी घटना पर अपने बयान देने से पहले कई-कई जोड़ी कपड़े बदलता है। कहाँ गई वो कांग्रेस की केन्द्र सरकार जो आतंकवादी विरोधी कानून बनाने से जब-तब बचती रहती है और सोचती है कि इसे बनाने से देश का एक वर्ग विशेष नाराज हो जाएगा....। दोस्तों, इस देश को गर्त में जाते देख दुख हो रहा है। रात में आफिस में टीवी पर ये दुखद समाचार देखकर मन नहीं माना और सोचा कि आप लोगों से इसे शेयर कर लिया जाए। खून से रंगे हुए लोगों को देखकर भी हमारे देश की नपुंसक सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। वो बस राजनीति कर रही है, चुनावों में जीतने के लिए नए-नए पैंतरे दिखा रही है। उसे आम आदमी से कोई मतलब नहीं है। प्रधानमंत्री जी को तेल, डॉलर, मंदी, शेयर बाजार, कॉरपोरेट आदि से फुरसत नहीं मिलती है......गृहमंत्री किसी लायक नहीं हैं और होपलैस हैं। धर्म के नाम पर सब चल रहा है। कड़ा निर्णय लेने की हिम्मत हमारे राजनेताओं और राजनीतिक पार्टियों में नहीं है। हम उत्तर भारत में रहते हैं लेकिन मुंबई को झुलसते हुए देखकर हमें दुख होता है। इस आतंकवाद को देखकर दुख होता है। कल की सुबह आपके साथ हमारी भी काली होने वाली है। आपका ही सचिन...।

5 comments:

P.N. Subramanian said...

इस घटना को सा ब्लॉग पर लाने के लिए आभार.
http://mallar.wordpress.com

Sachin said...

अफसोस, की देर रात घायलों में से 25 की मौत हो चुकी थी।

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर said...

क्या कह रहे हो भाई!!!!
कांग्रेस तो कभी दंगे, हिंसा करवा ही नहीं सकती ये काम तो सिर्फ़ बीजेपी का है, हिन्दुओं का है...........
आप फ़िर देखिये कहीं इस आतंकी हमले के पीछे कोई हिन्दू आतंकवादी तो नहीं को साध्वी या कोई संत तो नहीं????????
इस सोच को रोके बिना हमले नहीं रुक सकते.............पर कांग्रेस को क्या.............???????

ghughutibasuti said...

बहुत दुखद स्थिति है ।
घुघूती बासूती

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत दुखद और दर्दनाक ! अभी तक भी स्थिति वैसी ही है !
रामराम !